Wednesday, 18 January 2017

इश्क़- किसके जैसे हो तुम....?


इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?

यदि रंग हो तो चटक क्यूँ होते जाते हो तुम
यदि नूर हो तो फीके क्यूँ नही पड़ते हो तुम

इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?

यदि दवा हो तो दर्देदिल बढ़ाते क्यूँ रहते हो तुम
यदि नशा हो तो खुमार उतरने क्यूँ नहीं देते तुम

इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?

यदि शहद हो तो कड़वाहट क्यूँ  देते हो तुम
यदि जहर हो तो तुरंत मार क्यूँ नहीं देते हो तुम

इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?

यदि मुक्त गगन हो तो प्रगाढ़ बन्धन बांधते क्यूँ हो तुम
यदि सम्बन्ध हो तो उन्मुक्त उड़ने क्यूँ नहीं देते हो तुम

इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?

यदि कच्चे धागे हो तो मज़बूती से क्यूँ जकड़ते हो तुम
यदि दो लोगों के मध्य डोरी हो तो टूटते क्यूँ नहीं हो तुम

इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?

यदि राख़ हो तो अंगारे व शोले भड़काते क्यूँ हो तुम
यदि आग हो तो जला कर ख़ाक क्यूँ नहीं करते हो तुम

इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?

यदि निकम्मे हो तो पहाड़ में राह क्यूँ बनवा देते हो तुम
यदि कमीने हो तो मेरे प्यारे बुरे क्यूँ नहीं लगते हो तुम

इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?

इश्क़ कौन हो,क्या हो,कैसे हो समझा दो आकर तुम
इश्क़ मेरी समझ में सारी उपमाओं से परे हो तुम.....

इश्क़ तुम्हें क्या लिखूं,कैसे हो,कौन हो तुम?
किस उपमा से तुलना करूँ,किसके जैसे हो तुम?
                        
                           मीनाक्षी मेहंदी

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