परिवर्तन
मंद पवन के झोंको समान
मैं बहती एकदम चुपचाप
किसी को स्पर्श कर जाती
अनूठा अहसास दे जाती
प्राप्त नहीं करती थी कुछ
ज्ञात नहीं करती थी कुछ
अनायास संपर्क पा तुम्हारा
वेगमयी हुआ मन मेरा
मुझमें भर आई प्रचण्डता
प्रस्फुटित हुई जीवन्तता
आया विचारों का झंझावत
और मैं एक आँधी बन गयी
सब कुछ उड़ाने की जिद मेँ
अपना अस्तित्व ही भूल गयी
मीनाक्षी मेहँदी
टिप्पणी: परिवर्तन संसार का नियम है;कभी कभी किसी घटना या किसी व्यक्ति से हम इतना प्रभावित होते हैं कि हमारा समूचा व्यक्तित्व ही बदल जाता है।
ये परिवर्तन सकारात्मक भी हो सकते हैं नकारात्मक भी।
मंद पवन के झोंको समान
मैं बहती एकदम चुपचाप
किसी को स्पर्श कर जाती
अनूठा अहसास दे जाती
प्राप्त नहीं करती थी कुछ
ज्ञात नहीं करती थी कुछ
अनायास संपर्क पा तुम्हारा
वेगमयी हुआ मन मेरा
मुझमें भर आई प्रचण्डता
प्रस्फुटित हुई जीवन्तता
आया विचारों का झंझावत
और मैं एक आँधी बन गयी
सब कुछ उड़ाने की जिद मेँ
अपना अस्तित्व ही भूल गयी
मीनाक्षी मेहँदी
टिप्पणी: परिवर्तन संसार का नियम है;कभी कभी किसी घटना या किसी व्यक्ति से हम इतना प्रभावित होते हैं कि हमारा समूचा व्यक्तित्व ही बदल जाता है।
ये परिवर्तन सकारात्मक भी हो सकते हैं नकारात्मक भी।
वाह , बहुत खूब......
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