Friday, 21 October 2016

बेतुका प्रश्न


*_बेतुका प्रश्न_*

ये क्या बेतुका प्रश्न पूछ लिया मेरे भाई

मैंने क्यों की एक इंजिनियर से कुड़माई

सबसे सुपात्र वर हमारे समाज में डॉक्टर इंजिनियर

ही होते हैं,देनी चाहिए मुझे बधाई

मैं हूँ साहित्य अभिरुचि की कल्पनाशील नारी

और उसने की है उच्च तकनीक कौशल की पढ़ाई

मैं सोचती हूँ दिल से और वो दिमाग से

तो क्या रब ने बेमेल जोड़ी हमारी है बनाई

किससे करती शादी?किसी कवि या कथाकार से

सुना है किसी ने कविता कहानी की रोटी खाई

हमारे देश मेँ माता पिता ऐसे ही विवाह तय करते हैँ

यदि पसंद करेंगे किसी लेखक को होगी जगहंसाई

आप भी जब बिटिया का वर देखने जाओगे

तो चाहोगे ऐसे ही वर से जाएँ वो ब्याहाई

प्रेम विवाह का प्रसंग अलग हो जाता है

पारंपरिक विवाह मेँ क्या वर भी पाता है वधु मनचाही

प्रमुख होते है वधु के शारीरिक मापदण्ड और वर की कमाई

वैवाहिक विज्ञापनों पर कभी क्या नज़र नहीं दौड़ाई

तब भी ये बात आपके मन मेँ कहाँ से आई

ये क्या बेतुका प्रश्न पूछ लिया मेरे भाई

किन्तु यदि निरपेक्ष भाव से देखा जाये

तो नीली छतरी वाले ने की है

सोची समझी चतुराई

दायें हाथ से बायां हाथ ही थाम कर चल सकते है

अतः विपरीत विचारों मेँ ही साथ निभाने की शक्ति जाती है पाई

जब जब दिल के घोड़े भागना चाहते है सरपट

तब तब दिमाग ने उस पर है लगाम लगाई

जब जब दिमाग हो जाता दुनियादारी से जूझ जूझ नीरस

तब तब दिल ने उसे बहलाया और प्रेम सुधा है बरसाई।
              *_मीनाक्षी मेहंदी_*


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