२६जनवरी का कार्यक्रम (१७)
मेहंदी ने खूब उत्साहपूर्वक घर पर बताया कि वो सरस्वती वंदना में सबसे आगे खड़ी होगी और एक और सामूहिक नृत्य में उसे चुना गया है,प्रतिदिन विद्यालय में अभ्यास भी कराया जायेगा।घर पर भी वो अभ्यास के दौरान बताये गये स्टेप्स दोहराती रहती।एक दिन पापा ने कहा पढ़ाई पर भी ध्यान देती रहना परीक्षा के दिन नृत्य काम नहीं आयेगा।मेहंदी के दिल को बात लग गयी वो पहले की तरह जीजान से पढ़ाई में लग गयी।एक शाम विद्युत आपूर्ति ना होने पर वो मोमबत्ती जला कर पढ़ रही थी ,पढ़ते पढ़ते इतनी लीन हो गयी कि उसके खुले केश मोमबत्ती की ज्वाला से झुलसने लगे उसे पता ही ना चला,बड़े भाई किसी कार्य से आये और चिल्ला उठे मेहंदी के बालों में आग लग गयी और जल्दी से मेहंदी को मोमबत्ती से परे किया।आग से कोई अन्य नुकसान तो नहीं हुआ किन्तु एक तरफ के बाल बहुत जल गए तब मम्मी ने आव देखा ना ताब झट से मेहंदी का मुंडन करा दिया।अगले दिन स्कार्फ़ पहना कर विद्यालय भेज दिया।मैम ने जब अभ्यास कराना शुरू किया तो स्कार्फ उतारने को बोला मेहंदी के नानकुर करने पर खुद ही स्कार्फ़ खींच दिया और गंजा सर देख कर आवक रह गईं।विद्यालय की छुट्टी होते ही मेहंदी के घर गयीं और बोलीं भाभीजी ये क्या कर दिया मैंने तो सुन्दर होने के कारण इसे सबसे आगे खड़ा किया था,अब गंजी लड़की कैसी लगेगी,आप ने ये क्या किया, अब तो इसे कार्यक्रम में नहीं रख पाऊँगी। मम्मी ने पूरी बात बताई तो मैम सर ठोंक कर रह गईं।मेहंदी को पढ़ाई में तल्लीन होने की सज़ा पूरे दिन स्कार्फ़ पहनने तथा कार्यक्रम से बाहर होने की मिली।
मेहंदी ने खूब उत्साहपूर्वक घर पर बताया कि वो सरस्वती वंदना में सबसे आगे खड़ी होगी और एक और सामूहिक नृत्य में उसे चुना गया है,प्रतिदिन विद्यालय में अभ्यास भी कराया जायेगा।घर पर भी वो अभ्यास के दौरान बताये गये स्टेप्स दोहराती रहती।एक दिन पापा ने कहा पढ़ाई पर भी ध्यान देती रहना परीक्षा के दिन नृत्य काम नहीं आयेगा।मेहंदी के दिल को बात लग गयी वो पहले की तरह जीजान से पढ़ाई में लग गयी।एक शाम विद्युत आपूर्ति ना होने पर वो मोमबत्ती जला कर पढ़ रही थी ,पढ़ते पढ़ते इतनी लीन हो गयी कि उसके खुले केश मोमबत्ती की ज्वाला से झुलसने लगे उसे पता ही ना चला,बड़े भाई किसी कार्य से आये और चिल्ला उठे मेहंदी के बालों में आग लग गयी और जल्दी से मेहंदी को मोमबत्ती से परे किया।आग से कोई अन्य नुकसान तो नहीं हुआ किन्तु एक तरफ के बाल बहुत जल गए तब मम्मी ने आव देखा ना ताब झट से मेहंदी का मुंडन करा दिया।अगले दिन स्कार्फ़ पहना कर विद्यालय भेज दिया।मैम ने जब अभ्यास कराना शुरू किया तो स्कार्फ उतारने को बोला मेहंदी के नानकुर करने पर खुद ही स्कार्फ़ खींच दिया और गंजा सर देख कर आवक रह गईं।विद्यालय की छुट्टी होते ही मेहंदी के घर गयीं और बोलीं भाभीजी ये क्या कर दिया मैंने तो सुन्दर होने के कारण इसे सबसे आगे खड़ा किया था,अब गंजी लड़की कैसी लगेगी,आप ने ये क्या किया, अब तो इसे कार्यक्रम में नहीं रख पाऊँगी। मम्मी ने पूरी बात बताई तो मैम सर ठोंक कर रह गईं।मेहंदी को पढ़ाई में तल्लीन होने की सज़ा पूरे दिन स्कार्फ़ पहनने तथा कार्यक्रम से बाहर होने की मिली।